Sunday, November 16, 2008

क्या आपके आसपास कोई विकलांग है?

प्रकृति ने जिनके शरीर में कोई कमी छोड़ दी उन्हें विकलांग कहकर प्रकृति के अन्याय को दोषी माना जाता है। विकलांग व्यक्ति अपनी बची हुई शक्तियों का उपयोग कर अपना जीवन सँवार सकते हैं. बस, उन्हे जरूरत है आपके सहयोग की.
क्या आपके आसपास कोई ऐसा बच्चा है?

* क्या बच्चा हल्की या दूर से की गई आवाज को सुन पाता है?

* जब आप उससे बात करते हैं तो क्या वह हमेशा आपके चेहरे की ओर देखना चाहता है या देखता है? * क्या उसकी आवाज अस्वाभाविक या दूसरे बच्चों से अलग है?

* क्या तीन माह की आयु तक उसका बोलना शुरू नहीं हुआ है या फिर वह अस्पष्ट बोलता है?

* कुछ सीखने, समझने, निर्णय लेने में उसे देर लगती है?

* क्या उसकी आँखों तथा हाथों में समन्वय की कमी है।

* क्या वह आँखें या कान खुजलाता रहता है?

* क्या उसकी आँखें या कान बहते रहते हैं?

* क्या ज्यादातर वह एक आँख या एक कान इस्तेमाल करता है?

*क्या कोई भी चीज देखने के लिए बच्चा वह चीज आँख के नजदीक पकड़ता है?

*क्या उसे कूबड़ है?

*उसके हाथ-पैर नहीं हैं या शक्तिहीन, टेढ़े अलग हैं या सामान्य बच्चे से भिन्न हैं?


अगर इसमें से एक भी सवाल का जवाब हाँ में है, तो वह बच्चा विकलांग तो सकता है।


किसी भी प्रकार के विकलांग बच्चे या वयस्क के लिए क्या-क्या हों सकता है इसकी जानकारी के लिए आप मुझसे संपर्क कर सकते हैं।


यह एक प्रयास है ताकि आपको विकलांग व्यक्ति के बेहतर जीवन के रास्ते की सही जानकारी मिल सके।


आप कभी भी हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करें - 093009-39758


- अमितसिंह कुशवाह





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